पीएम कुसुम योजना: 70,000 किसानों को 75% सब्सिडी पर मिलेंगे सोलर पंप – सस्ती बिजली से होगा खेतों में उजाला!

पीएम कुसुम योजना: 70,000 किसानों को 75% सब्सिडी पर मिलेंगे सोलर पंप – सस्ती बिजली से होगा खेतों में उजाला!

PM Kusum Yojana 2025: अब हर खेत को मिलेगी सोलर ताक़त, 75% सब्सिडी में मिलेगा सोलर पंप!
किसानों की खेती अब होगी और भी दमदार!
जी हां, सरकार ने पीएम-कुसुम योजना के तहत किसानों को 75% सब्सिडी पर सोलर पंप देने का ऐलान किया है। और वो भी एक-दो नहीं, पूरे 70,000 किसानों को मिलेगा ये फायदा। बिजली के बिलों से छुटकारा, सिंचाई की फिक्र खत्म और डीज़ल के खर्च पर ब्रेक – ये सब अब होगा सोलर से! 🌱⚡

क्या है पीएम कुसुम योजना?

PM-KUSUM (प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान) का मकसद है – किसानों को सस्ती, टिकाऊ और साफ ऊर्जा देना ताकि खेती करना और आसान, सस्ता और फायदेमंद हो जाए।

राज्य सरकार और केंद्र सरकार मिलकर ये काम कर रही हैं। और अब नया टारगेट सेट किया गया है — 70,000 सोलर पंप 75% सब्सिडी के साथ बांटने का!

सोलर पंप पर 75% की भारी सब्सिडी!

किसान को देना होगा सिर्फ 25% हिस्सा

बाकी 75% सब्सिडी में से:

30% केंद्र सरकार

45% राज्य सरकार

उदाहरण के तौर पर, अगर पंप की कीमत है ₹1.41 लाख, तो किसान को सिर्फ ₹35,000 के आसपास देना होगा। ये तो वाकई सोने पे सोलर है!

कितने एचपी के सोलर पंप मिलेंगे?

योजना के तहत 3 HP से 10 HP तक के सोलर पंप उपलब्ध कराए जा रहे हैं — यानी छोटे-बड़े हर तरह के खेत के लिए विकल्प मौजूद हैं।

अब तक क्या हुआ?

2018-19 से अब तक: 1.58 लाख से ज़्यादा सोलर पंप लग चुके हैं।

2025-26 का लक्ष्य: 70,000 और नए पंप लगाना

बजट: 600 करोड़ रुपए!

साफ है, सरकार खेती को सोलर फ्यूल से भरने को पूरी तरह तैयार है।

सोलर प्लांट भी होगा – 300 एकड़ में!

पंचकूला के रायवाली गांव में 300 एकड़ ज़मीन पर एक बड़ा सोलर प्लांट बनेगा। इससे पूरे जिले को सौर ऊर्जा से सिंचाई की सुविधा दी जा सकेगी।

साथ ही हर जिले में 5-5 एकड़ जमीन चिन्हित की जा रही है जहां HPGCL छोटे सोलर फीडर बनाएगा।

सोलर स्ट्रक्चर का दोहरा इस्तेमाल!

सोलर पैनल ऐसे ढांचे पर लगाए जाएंगे, जो दिन में बिजली बनाएंगे और शाम को “कल्याणम मंडपम” यानी सामुदायिक भवन की तरह काम आएंगे — शादी हो, पंचायत हो, सब एक छत के नीचे।

मंडियों और गोदामों पर भी लगेगा सोलर

अब हरियाणा की मंडियों और गोदामों की छतों पर भी सोलर पैनल लगेंगे। जो बिजली बनेगी, वो प्राथमिकता से खेती में इस्तेमाल होगी।

🛠️ खराब पंप? तुरंत मिलेगा समाधान
अगर कहीं सोलर पंप खराब होते हैं, तो वहां विशेष शिविर लगाए जाएंगे। किसान भाइयों से सीधा संवाद कर उनकी समस्याओं का “ऑन-द-स्पॉट” हल निकाला जाएगा।

आवेदन कैसे करें?

अब आता है सबसे जरूरी सवाल – आवेदन कहां और कैसे करें?

वेबसाइट पर जाएं 👉 hareda.gov.in

फॉर्म भरें

लोकेशन, पानी की उपलब्धता, बिजली कनेक्शन की जानकारी दें

और हो गया!

पूरा प्रोसेस ऑनलाइन और पारदर्शी है।

क्यों है यह योजना किसानों के लिए सुनहरा मौका?

बिजली का खर्च कम

डीज़ल की झंझट खत्म

पर्यावरण की रक्षा

कम लागत, ज़्यादा मुनाफा

आत्मनिर्भर किसान, आत्मनिर्भर हरियाणा!

अंतिम बात

PM Kusum Yojana 2025 न सिर्फ किसानों की खेती की दिशा बदलने वाली है, बल्कि ये एक ऐसा कदम है जो किसानों को 21वीं सदी की सोलर टेक्नोलॉजी से जोड़ रहा है। अब खेत में बिजली नहीं जाएगी — बिजली खुद खेत में आएगी! ☀️🚜

तो देरी मत कीजिए, अभी आवेदन करें और अपनी खेती को सोलर से चमकाएं!

डिस्क्लेमर (Disclaimer):

यह लेख केवल सूचना प्रदान करने के उद्देश्य से लिखा गया है। योजना से संबंधित नियम, शर्तें और सब्सिडी प्रतिशत राज्य सरकार की नीतियों के अनुसार बदल सकते हैं। कृपया आधिकारिक वेबसाइट hareda.gov.in या अपने नजदीकी कृषि विभाग से जानकारी की पुष्टि अवश्य करें। लेखक या वेबसाइट किसी लाभ या हानि की जिम्मेदारी नहीं लेती।

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *