हर साल प्राकृतिक आपदाएं जैसे बारिश, ओलावृष्टि, आंधी और तूफान किसानों की फसल को बर्बाद कर देती हैं। ऐसे में किसानों को आर्थिक संबल देने के 52.14 करोड़ रुपये की मुआवजा राशि जारी की है। यह मुआवजा रबी सीजन 2025 में फसलों को हुए नुकसान के आधार पर लिए केंद्र और राज्य सरकारें मुआवजा राशि प्रदान करती हैं। इसी क्रम में हरियाणा सरकार ने 15 जिलों के 22,617 किसानों कोदिया गया है।
Crop Loss Compensation: किसे मिलेगा मुआवजा?
हरियाणा सरकार द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार निम्न जिलों के किसानों को मुआवजा दिया जाएगा:
- अंबाला
- भिवानी
- चरखी-दादरी
- गुरुग्राम
- हिसार
- झज्जर
- जींद
- कैथल
- कुरुक्षेत्र
- महेंद्रगढ़
- मेवात
- पलवल
- रेवाड़ी
- रोहतक
- यमुनानगर
इनमें सबसे ज्यादा राशि रेवाड़ी (19.92 करोड़ रु), महेंद्रगढ़ (10.74 करोड़ रु) और झज्जर (8.33 करोड़ रु) जिलों को दी गई है। मुआवजा का निर्धारण हरियाणा सरकार के “क्षतिपूर्ति पोर्टल” पर दर्ज जानकारी और जिला प्रशासन के सत्यापन के आधार पर किया गया है।
Crop Loss Compensation: पीएम फसल बीमा योजना का योगदान
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) केंद्र सरकार की एक महत्त्वपूर्ण योजना है जो प्राकृतिक आपदाओं से हुए फसल नुकसान की भरपाई करती है। इस योजना के अंतर्गत:
- किसान न्यूनतम प्रीमियम देकर फसल का बीमा कर सकते हैं।
- नुकसान की स्थिति में बीमा कंपनी सीधे किसानों के खाते में राशि भेजती है।
- बीमा शुल्क का 80-90% तक हिस्सा सरकार द्वारा सब्सिडी के रूप में दिया जाता है।
“यहाँ क्लिक करें पीएम फसल बीमा योजना की पूरी जानकारी के लिए”
Crop Loss Compensation: किसानों के खातों में कब तक पहुंचेगा पैसा?
राज्य सरकार ने स्पष्ट किया है कि सत्यापन प्रक्रिया पूरी होने के बाद सभी पात्र किसानों के बैंक खातों में मुआवजा राशि शीघ्र ट्रांसफर कर दी जाएगी। किसान अपने स्थानीय कृषि विभाग या जिला प्रशासन से स्थिति की जानकारी ले सकते हैं।
Crop Loss Compensation: मुआवजा नहीं मिला तो क्या करें?
यदि आप पात्र होने के बावजूद मुआवजा राशि से वंचित हैं:
- अपनी शिकायत नजदीकी कृषि कार्यालय या किसान सेवा केंद्र पर दर्ज करें।
- हरियाणा कृषि विभाग की वेबसाइट पर भी शिकायत दर्ज की जा सकती है।
Crop Loss Compensation: अन्य राज्यों में फसल मुआवजा की स्थिति
हरियाणा के अलावा कई अन्य राज्य भी किसानों को फसल नुकसान की भरपाई के लिए मुआवजा दे रहे हैं। जैसे:
- महाराष्ट्र: किसानों को मौसम बीमा और राजस्व मुआवजा योजनाओं के तहत लाभ दिया जाता है।
- उत्तर प्रदेश: प्राकृतिक आपदाओं के बाद राजस्व विभाग द्वारा मुआवजा सूची जारी की जाती है।
- मध्य प्रदेश: यहां “संबल योजना” और “मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना” के तहत मुआवजा मिलता है।
इससे साफ है कि हर राज्य किसानों की मदद के लिए अपने-अपने स्तर पर प्रयास कर रहा है।
Crop Loss Compensation: मुआवजा राशि कैसे तय होती है?
हरियाणा सरकार द्वारा जारी मुआवजा “e-Compensation Portal” पर आधारित होता है:
- पटवारियों और तहसीलदारों द्वारा फसल क्षति का सर्वे होता है।
- किसान का नाम, फसल क्षेत्र और नुकसान का प्रतिशत दर्ज किया जाता है।
- सत्यापन के बाद अनुमोदन के आधार पर मुआवजा पास होता है।
- यह प्रक्रिया डिजिटली और पारदर्शी रूप से होती है।
Crop Loss Compensation: फसल नुकसान से बचने के उपाय
किसान अगर कुछ तकनीकी उपाय अपनाएं, तो फसल नुकसान कम किया जा सकता है:
- समय पर फसल बीमा कराना।
- ओलावृष्टि और तूफान से बचाव के लिए नेट हाउस या पॉलीहाउस जैसी तकनीक।
- मौसम विभाग की SMS Alert सेवा का उपयोग करना।
- जल संरक्षण और ड्रेनेज की व्यवस्था फील्ड में करना।
यह भी जानिए:
मुआवजा कब मिलता है?
- आमतौर पर फसल नुकसान की रिपोर्टिंग के 30 से 45 दिनों के भीतर सरकार मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू करती है।
क्या किराए की जमीन पर खेती करने वालों को भी मुआवजा मिलेगा?
- यदि किरायेदार किसान के नाम पर जमीन का रिकॉर्ड और बीमा है, तो वह पात्र हो सकता है।
Crop Loss Compensation: निष्कर्ष:
हरियाणा सरकार द्वारा किसानों के लिए की गई यह पहल निश्चित रूप से सराहनीय है। यह मुआवजा राशि किसानों की आर्थिक स्थिति को स्थिर करने और अगली फसल के लिए तैयार करने में सहायक होगी। साथ ही, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना जैसी स्कीम्स किसानों के लिए दीर्घकालिक राहत देती हैं।
Crop Loss Compensation: डिस्क्लेमर:
यह लेख सार्वजनिक स्रोतों, सरकारी अधिसूचनाओं और संबंधित विभागों की आधिकारिक वेबसाइटों पर उपलब्ध जानकारी के आधार पर लिखा गया है। सभी आंकड़े जनवरी–मार्च 2025 की तिमाही के हैं, जो समय के साथ बदल सकते हैं। कृपया किसी भी वित्तीय निर्णय से पहले संबंधित विभाग या वेबसाइट से पुष्टि अवश्य करें।
सरकारी साइटों और विश्वसनीय स्रोतों की ओर
हरियाणा कृषि विभाग की वेबसाइट:
👉 https://agriharyana.gov.in/
⬅ जहाँ आप शिकायत दर्ज करने या जानकारी लेने की सलाह दे रहे हैं।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना आधिकारिक साइट:
👉 https://pmfby.gov.in/
⬅ योजना की जानकारी, बीमा आवेदन और क्लेम स्टेटस चेक करने के लिए।
हरियाणा e-Compensation Portal:
👉 यदि पोर्टल का ऑफिशियल URL है तो जैसे:
https://eservices.haryana.gov.in/eCompensation
⬅ मुआवजा सत्यापन और ट्रैकिंग के लिए।