दिव्यांग साथियों के लिए राहत की खबर
अगर आपके आस-पास कोई शारीरिक रूप से असमर्थ व्यक्ति है तो यह खबर उनके लिए सच में जिंदगी बदलने वाली हो सकती है।
अब हर महीने ग्यारह सौ रुपये की पेंशन सीधे बैंक खाते में दी जाएगी।
बिहार सरकार ने “मुख्यमंत्री विकलांग पेंशन योजना 2025” के तहत पहले मिलने वाली चार सौ रुपये की राशि को बढ़ाकर अब ग्यारह सौ रुपये कर दिया है।
यह पहल क्यों ज़रूरी थी
यह सिर्फ पैसा नहीं है — यह आत्मसम्मान और आत्मनिर्भरता देने की एक कोशिश है। इस योजना से क्या मिलेगा हर महीने ग्यारह सौ रुपये सीधे आपके बैंक खाते में किसी लाइन में लगने की जरूरत नहीं, आवेदन डिजिटल माध्यम से भी किया जा सकता है सम्मान से जीने का एहसास और दूसरों पर कम निर्भरता और सबसे अहम बात — यह हक है, कोई मेहरबानी नहीं
क्या आप इस योजना के पात्र हैं
अगर इन सभी बातों का जवाब हां है तो यह योजना आपके लिए ही है: आप बिहार राज्य के निवासी हों आपके पास विकलांगता प्रमाण पत्र हो (कम से कम 40 प्रतिशत) आपके परिवार में कोई सरकारी नौकरी में न हो आप इनकम टैक्स न भरते हों आपके पास बीपीएल कार्ड हो आप किसी अन्य सरकारी पेंशन योजना का लाभ न ले रहे हों
जरूरी दस्तावेज़
आधार कार्ड निवास प्रमाण पत्र विकलांगता प्रमाण पत्र बैंक पासबुक की कॉपी उम्र का प्रमाण (जैसे 10वीं की मार्कशीट) जाति प्रमाण पत्र (यदि ज़रूरी हो) मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी इन सभी दस्तावेजों को एक फोल्डर में सहेज कर रखें। आवेदन भरते समय यही काम आएंगे।
आवेदन कैसे करें
ऑनलाइन प्रक्रिया: वेबसाइट पर जाएं: sspmis.bihar.gov.in "मुख्यमंत्री विकलांग पेंशन योजना" का विकल्प चुनें आवेदन फॉर्म डाउनलोड करें सावधानी से भरें, कोई भी जानकारी गलत न हो सभी जरूरी दस्तावेज़ साथ में संलग्न करें ब्लॉक स्तर के आरटीपीएस काउंटर पर जमा करें जमा करने के बाद जो रसीद मिलेगी उसे संभालकर रखें
आगे क्या होगा
आवेदन पूरा होने के बाद प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। जैसे ही फॉर्म स्वीकृत होगा, आपको हर महीने ग्यारह सौ रुपये सीधे आपके बैंक खाते में ट्रांसफर किए जाएंगे। कोई चक्कर नहीं कोई झंझट नहीं।
एक बात दिल से
दिव्यांगता कोई कमजोरी नहीं है। और जब सरकार जैसी संस्था साथ खड़ी हो तो इंसान खुद पर भरोसा करना भी सीखता है। अब समय है अपने अधिकार को पहचानने का और इस योजना का पूरा लाभ उठाने का। इस जानकारी को सिर्फ अपने तक न रखें। शायद आपके एक संदेश से किसी का जीवन थोड़ा आसान हो जाए। जानकारी बांटना भी एक सेवा है।